उत्तर प्रदेश के प्रमुख अनुसंधान संस्थान | Research Institutes in Uttar Pradesh (2025)

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  उत्तर प्रदेश में स्थित प्रमुख अनुसंधान संस्थान | Research Institutes in Uttar Pradesh उत्तर प्रदेश में स्थित प्रमुख अनुसंधान संस्थान भारत का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश शिक्षा, विज्ञान और अनुसंधान के क्षेत्र में निरंतर प्रगति कर रहा है। इस राज्य में कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के अनुसंधान संस्थान कार्यरत हैं, जो विज्ञान, प्रौद्योगिकी, कृषि, पर्यावरण और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। 1. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर (IIT Kanpur) स्थापना: 1959 | स्थान: कानपुर IIT कानपुर उत्तर प्रदेश का सबसे प्रसिद्ध तकनीकी संस्थान है। यह इंजीनियरिंग, विज्ञान, और अनुसंधान के क्षेत्र में अग्रणी है। यहाँ उच्च स्तरीय प्रयोगशालाएँ, रिसर्च प्रोजेक्ट्स और नवाचार केंद्र मौजूद हैं। प्रमुख क्षेत्र: इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस, पर्यावरण तकनीक योगदान: टेक्नोलॉजी इनक्यूबेशन सेंटर और स्टार्टअप विकास 2. सेंट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टिट्यूट (CDRI), लखनऊ स्थापना: 1951 | स्थान: लखनऊ यह संस्थान औषधि अनुसंधान में भारत के सबसे ...

गवर्नर जनरल तथा प्रथम वायसराय लार्ड केनिंग |महारानी विक्टोरिया की घोषणा |भारत शासन अधिनियम 1858 तथा भारत शासन अधिनियम 1861| लार्ड एल्गिन |लार्ड लारेंस|लार्ड मेयो|प्रथम जनगणना

 लार्ड केैनिंग - 1856 से 1862 तक 


लार्ड केनिंग ईस्ट इंडिया कम्पनी द्वारा नियुक्त भारत का अन्तिम गवर्नर जनरल तथा प्रथम वायसराय और गवर्नर जनरल था | 1858 एक्ट ने यह परिवर्तन किया कि भारत का गवर्नर जनरल अब दो उपाधियों को धारण करने लगा | अगर स्वयं उसने प्रत्यक्षतः भारतीय भू- भागों का नियन्त्रण की और प्रशासनिक व्यवस्था की तब वह भारत का गवर्नर जनरल था किन्तु जब  उसने भारत के रियासतों के साथ काम किया तब वह वायसराय था |

 -1 नवम्बर 1858 को महारानी विक्टोरिया की घोषणा केनिंग ने मिण्टो पार्क (इलाहाबाद) में पढ़कर सुनाया तथा यह घोषणा हुई कि अब देसी रियासत जीते नहीं जायेंगे ( व्यपगत नीति समाप्त)


  • भारतीय नागरिक सेवा अधिनियम 1861 - परीक्षा - लन्दन में

इसके समय की सबसे महत्वपूर्ण घटना 1857 की क्रांति है। इसी विद्रोह के बाद प्रशासनिक सुधार के अन्तर्गत भारत का शासन कम्पनी के हाथों से सीधे ब्रिटिश सरकार के नियन्त्रण में चला गया

 - इसके समय में भारत शासन अधिनियम 1858 तथा भारत शासन अधिनिय 1861 पारित हुआ।

-कैंनिंग के समय में ही सन् 1856 में विधवा पुनर्विवाह अधिनियम पारित हुआ।


लार्ड एल्गिन (1862-63 ई०) 

  • लार्ड एल्गिन ने  वहाबी आन्दोलन का दमन किया |
  •  1863 में धर्मशाला (हिमाचल प्रदेश) में इसकी मृत्यु हो गयी।


लार्ड लारेंस-1864-1869 ई०

  • 1865 में भूटान ने ब्रिटिश साम्राज्य पर आक्रमण किया| 

 - अफगानिस्तान के सम्बन्ध में इसने अहस्तक्षेप  की नीति अपनायी, जिसे शानदार निष्क्रियता के नाम से जाना जाता है

-बुन्देलखण्ड में अकाल -(1868-69)

-उड़ीसा में अकाल (1866)

-लार्ड लारेंस ने चैम्बवेल हेनरी के नेतृत्व में एक अकाल आयोग का गठन किया 

-1865 में प्रथम समुद्री टेलीग्राफ सेवा-भारत व यूरोप के बीच शुरू हुई  |


 लार्ड  मेयो (1869-72) 

  • भारत में अंग्रेजो के समय में प्रथम जनगणना लार्ड मेयो के काल में 1872 में प्रारम्भ हुई किन्तु लार्ड रिपन के काल में नियमित जनगणना 1881 शुरू हुई। लार्ड मेयो की हत्या अण्डमान निकोबार द्वीप समूह के भ्रमण के दौरान एक दण्डित अपराधी द्वारा की गई थी। मेयो प्रथम  गवर्नर जनरल था जिसकी हत्या उसके कार्यकाल में की गई।

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