उत्तर प्रदेश के प्रमुख अनुसंधान संस्थान | Research Institutes in Uttar Pradesh (2025)
लार्ड केनिंग ईस्ट इंडिया कम्पनी द्वारा नियुक्त भारत का अन्तिम गवर्नर जनरल तथा प्रथम वायसराय और गवर्नर जनरल था | 1858 एक्ट ने यह परिवर्तन किया कि भारत का गवर्नर जनरल अब दो उपाधियों को धारण करने लगा | अगर स्वयं उसने प्रत्यक्षतः भारतीय भू- भागों का नियन्त्रण की और प्रशासनिक व्यवस्था की तब वह भारत का गवर्नर जनरल था किन्तु जब उसने भारत के रियासतों के साथ काम किया तब वह वायसराय था |
-1 नवम्बर 1858 को महारानी विक्टोरिया की घोषणा केनिंग ने मिण्टो पार्क (इलाहाबाद) में पढ़कर सुनाया तथा यह घोषणा हुई कि अब देसी रियासत जीते नहीं जायेंगे ( व्यपगत नीति समाप्त)
इसके समय की सबसे महत्वपूर्ण घटना 1857 की क्रांति है। इसी विद्रोह के बाद प्रशासनिक सुधार के अन्तर्गत भारत का शासन कम्पनी के हाथों से सीधे ब्रिटिश सरकार के नियन्त्रण में चला गया
- इसके समय में भारत शासन अधिनियम 1858 तथा भारत शासन अधिनिय 1861 पारित हुआ।
-कैंनिंग के समय में ही सन् 1856 में विधवा पुनर्विवाह अधिनियम पारित हुआ।
- अफगानिस्तान के सम्बन्ध में इसने अहस्तक्षेप की नीति अपनायी, जिसे शानदार निष्क्रियता के नाम से जाना जाता है
-बुन्देलखण्ड में अकाल -(1868-69)
-उड़ीसा में अकाल (1866)
-लार्ड लारेंस ने चैम्बवेल हेनरी के नेतृत्व में एक अकाल आयोग का गठन किया
-1865 में प्रथम समुद्री टेलीग्राफ सेवा-भारत व यूरोप के बीच शुरू हुई |
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