लार्ड लैन्सडाउन (1888-1894) -
-इसी के समय सर ड्यूरण्ड को अफगानिस्तान भेजा गया जिनके प्रयास से भारत और अफगानिस्तान के मध्य सीमा का निर्धारण हुआ, जिसे डूरण्ड लाइन के नाम से जाना जाता है।
-लैन्सडाउन के समय 1891 ई० में दूसरा फैक्ट्री एक्ट लाया गया |-प्रथम - फैक्ट्री एक्ट 1881 ई० लाई रिपन के समय में आया था
-1892 में भारतीय शासन आधिनियम पारित -1892 पारित किया गया। कौंसिल के सदस्यों को अब बजट पर बहस करने का अधिकार दिया।
लार्ड एल्गिन द्वितीय (1894 से 1899)
- एल्गिन ने भारत के विषय में कहा था -" भारत को तलवार के बल पर विजित किया गया है और तलवार के बल पर ही इसकी रक्षा की जाएगी |"
- 1896-98 में भारत का अधिकांश भाग अकाल की चपेट में आ गया जिसके कारण एक अकॉल आयोग 'लायल आयोग' नियुक्त किया।
लार्ड कर्जन - 1899 से 1905
- कर्जन के अनुसार-पूर्व में एक ऐसा विश्वविद्यालय है, जहाँ पर छात्र को प्रमाण पत्र कभी नहीं मिलता।"
- 1902 मे कर्जन ने एन्ड्र्यूज फ्रेजर की अध्यक्षता में पुलिस विभाग में संशोधन लाने हेतु एक आयोग का गठन किया।
- अंग्रेजी स्वर्ण मुद्रा भारत की कानूनी मुद्रा घोषित की गयी और उसके विनिमय की दर 15 रुपये प्रति पौण्ड निश्चित की गयी।
- 1905 में 'पूसा' में कृषि अनुसंधान संस्थान बनाया गया|
- रेलवे विभाग को समाप्त कर तीन सदस्यीय रेलवे बोर्ड का गठन किया । कर्जन के समय सबसे अधिक रेलमार्ग बने।
- प्राचीन स्मारक संरक्षण अधिनियम 1904 ई० के द्वारा लार्ड कर्जन ने भारत में पहली बार ऐतिहासिक इमारतों की सुरक्षा एवं मरम्मत की ओर ध्यान देते हुए 50000 पौण्ड की धनराशि का आवंटन किया। प्राचीन स्मारकों की रक्षा हेतु पुरातत्व विभाग की स्थापना की गयी |
- बंगाल विभाजन 1905 - 16 अक्टूबर 1905 को बंगाल विभाजन कर दिया गया। पूर्वी बंगाल और असम के इस नये प्रांत की राजधानी ढाका थी। इस विभाजन का लक्ष्य बंगाली भाषी हिन्दुओं को अल्पसंख्यक बनाना था तथा हिन्दू और मुस्लमान की एकताओं को ध्वस्त करना था | 16 अक्टूबर 1905 ई० को रविंद नाथ टैगोर ने रक्षाबंधन दिवस (राखी दिवस) के रूप में मनाया।
- गोपाल कृष्ण गोखले ने कर्जन की तुलना मुगल बादशाह 'औरंगजेब' से की है
लार्ड मिण्टो द्वितीय (1905 से 1910 तक) -
- सार्वजनिक सभाओं को प्रतिबंधित करने के लिए अध्यादेश , समाचार पत्र (अपराधों को भड़काने वाले समाचारों के विरुद्ध) पारित किये । इस प्रकार 1908 का काल एक काला वर्ष था।
- 1907 ई. में लाजपत राय और अजीत सिंह को देश से निष्कासित कर बर्मा में मांडले जेल भेजा गया।
- 1909 मे भारतीय शासन अधिनियम पारित हुआ जिसे मार्ले-मिष्टो सुधार अधिनियम कहा जाता है।
- 1909 के सिद्धान्तों में पहली बार मुसलमानों को बांटो और राज्य करो के तहत पृथक निर्वाचक मण्डल प्रदान किया गया। इसी के परिणाम स्वरूप 1947 में भारत का विभाजन हुआ।
#General knowledge questions,Gk question in Hindi, Samanya gyan,#mcqs, quantitative aptitude,gk questions |
Comments
Post a Comment