1. Why was the Third Round Table Conference held in London in 1932? 2. What was the Third Round Table Conference? 3. Who were the participants of the Third Round Table Conference? 4. What was the result of the Third Round Table Conference?| तृतीय गोलमेज सम्मेलन- 1932 |
1. Why was the Third Round Table Conference held in London in 1932.
2. What was the Third Round Table Conference?
3. Who were the participants of the Third Round Table Conference?
4. What was the result of the Third Round Table Conference?
तृतीय गोलमेज सम्मेलन- 1932 .
तीसरा गोलमेज सम्मेलन 17 नवंबर 1932 ईस्वी को लंदन में बुलाया गया था , जिसमें कुल 46 प्रतिनिधियों ने भाग लिया | कांग्रेस पार्टी ने इस सम्मेलन का बहिष्कार किया था | इस बार सम्मेलन में लेबर पार्टी ने भाग नहीं लिया था | मोहम्मद अली जिन्ना को भी इसमें बुलाया नहीं गया था | सम्मेलन मात्र औपचारिकता था और असफल भी रहा |
इस सम्मेलन में डॉ आंबेडकर , बेगम जहानतारा शहनवाज, तेज बहादुर सप्रू इत्यादि सम्मिलित हुए थे|
सितंबर 1931 से मार्च 1933 तक पर्यवेक्षक के रुप में तत्कालीन भारत सचिव सर सैमुअल होअरे ने एक प्रस्ताव बनाया | यह प्रस्ताव भारत शासन अधिनियम 1935 था | अप्रैल 1933 में इंग्लैंड की संसद के दोनों सदनों की एक संयुक्त प्रवर समिति बनाई गई | जिसका अध्यक्ष लार्ड लिनलिथिगो को बनाया गया था | इस समिति को श्वेत पत्र के उप बंधओं का मूल्यांकन करना था | 11 नवंबर 1934 को समिति की रिपोर्ट प्रकाशित हुई , जिसके आधार पर ब्रिटिश संसद में एक अधिनियम पारित हुआ जो भारत शासन अधिनियम 1935 कहलाया |
नए रूप में कांग्रेस-
वर्ष 1933 में कांग्रेस का वार्षिक अधिवेशन कोलकाता में संपन्न हुआ | इसकी अध्यक्षता नलिनी सेन गुप्त ने किया | यह दूसरा अवसर था जब कांग्रेस अधिवेशन की अध्यक्षता (भारतीय मूल) के विदेशी महिला ने की थी |
वर्ष 1934 में वार्षिक अधिवेशन मुंबई में हुआ इसकी अध्यक्षता डॉ राजेंद्र प्रसाद ने किया | इस अधिवेशन में कांग्रेस ने यह निर्णय लिया कि वह अब विधानसभा चुनाव में भाग लेगी|
1934 में ही मदन मोहन मालवीय और यम०यस०अणे के नेतृत्व में कांग्रेस का गुट कम्युनल अवार्ड के विरोध में कांग्रेस से अलग हो गया और नेशनल पार्टी की स्थापना की|
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