गवर्नर जनरल तथा प्रथम वायसराय लार्ड केनिंग |महारानी विक्टोरिया की घोषणा |भारत शासन अधिनियम 1858 तथा भारत शासन अधिनियम 1861| लार्ड एल्गिन |लार्ड लारेंस|लार्ड मेयो|प्रथम जनगणना
लार्ड केैनिंग - 1856 से 1862 तक लार्ड केनिंग ईस्ट इंडिया कम्पनी द्वारा नियुक्त भारत का अन्तिम गवर्नर जनरल तथा प्रथम वायसराय और गवर्नर जनरल था | 1858 एक्ट ने यह परिवर्तन किया कि भारत का गवर्नर जनरल अब दो उपाधियों को धारण करने लगा | अगर स्वयं उसने प्रत्यक्षतः भारतीय भू- भागों का नियन्त्रण की और प्रशासनिक व्यवस्था की तब वह भारत का गवर्नर जनरल था किन्तु जब उसने भारत के रियासतों के साथ काम किया तब वह वायसराय था | -1 नवम्बर 1858 को महारानी विक्टोरिया की घोषणा केनिंग ने मिण्टो पार्क (इलाहाबाद) में पढ़कर सुनाया तथा यह घोषणा हुई कि अब देसी रियासत जीते नहीं जायेंगे ( व्यपगत नीति समाप्त) भारतीय नागरिक सेवा अधिनियम 1861 - परीक्षा - लन्दन में इसके समय की सबसे महत्वपूर्ण घटना 1857 की क्रांति है। इसी विद्रोह के बाद प्रशासनिक सुधार के अन्तर्गत भारत का शासन कम्पनी के हाथों से सीधे ब्रिटिश सरकार के नियन्त्रण में चला गया - इसके समय में भारत शासन अधिनियम 1858 तथा भारत शासन अधिनिय 1861 पारित हुआ। -कैंनिंग के समय में ही सन् 1856 में विधवा पुनर्विवाह अधिनियम पारित हुआ। लार...